प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पहले वे ही धनतेरस मना पाते थे, जिनके पास धन होता था। आज मध्यप्रदेश के 4 लाख 51 हजार परिवार अपने नये घरों में प्रवेश कर धनतेरस मना रहे हैं। बहनें अपने घर की मालकिन बनी हैं। अपने नये घरों से उन्हें सपनों को सच करने की नई ताकत मिली है। यह दिन उनके लिये केवल गृह-प्रवेश का ही नहीं, बल्कि नई खुशियाँ, नये संकल्प, नये सपने, नई उमंग और नया भाग्य लेकर आया है।
प्रधानमंत्री ने धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना में मध्यप्रदेश के 4 लाख 51 हजार हितग्राहियों को वर्चुअली गृह-प्रवेश कराया। उन्होंने रिमोट से गृह-प्रवेशम शिला-पट्टिका का अनावरण किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की उपस्थिति में मुख्य कार्यक्रम बीटीआई मैदान सतना में हुआ। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, सतना के प्रभारी एवं वन मंत्री कुँवर विजय शाह सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास देश में सामाजिक एवं आर्थिक बदलाव का माध्यम बन रहे हैं। यह केवल घर नहीं, सम्पूर्ण घर हैं। इन घरों में शौचालय, गैस, बिजली कनेक्शन सहित नल जैसी मूलभूत सुविधाएँ हैं। साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ भी इन हितग्राहियों को दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है। अब तक लगभग 30 लाख आवास मध्यप्रदेश में बनाये जा चुके हैं और इनके निर्माण पर लगभग 22 हजार करोड़ रूपये खर्च हुए हैं। मध्यप्रदेश में 50 हजार से अधिक राजमिस्त्री प्रशिक्षित किये गये हैं। इनमें 9 से 10 हजार बहनें हैं। बहनों को नई कला सिखाने का यह बहुत बड़ा कार्य है। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं उनकी टीम बधाई की पात्र हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये आवास न केवल हितग्राहियों बल्कि पूरे गाँव एवं क्षेत्र के लिये नई तरक्की लेकर आ रहे हैं। इनके निर्माण में जो सामग्री उपयोग की जा रही है, वह आसपास के क्षेत्र की फेक्ट्री और दुकानों से ली जा रही है जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में नागरिकों को मूल सुविधाओं के साथ तेजी से जोड़ा जा रहा है। बुनियादी सुविधाओं से युक्त पक्के घरों के साथ ही सड़कें, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, गाँव-गाँव ऑप्टिकल फाइबर आदि सुविधाओं का तेजी से विस्तार हो रहा है। देश में गरीबी हटाने के प्रयास तेजी से किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार इस बात का पूरा ध्यान रख रही है कि टैक्स पेयर्स के पैसे का पूरा सदुपयोग हो। गरीबों को मुफ्त राशन, आयुष्मान योजना से मुफ्त इलाज उनके पैसे का सही उपयोग है। सरकार ने मुफ्त टीकाकरण से गरीब और मध्यम वर्ग को बड़ी राहत दी है। हमारी सरकार मुफ्त की रेवड़ी नहीं बाँटती।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार किसानों का पूरा ध्यान रखती है। दो हजार रूपये से ज्यादा की यूरिया की बोरी खरीदती है और उसे 260 रूपये में किसान को देती है। किसानों की सुविधा के लिये अब खाद की बोरी “भारत” के नाम से ही आयेगी और उस पर उसकी कीमत लिखी होगी। किसान उससे ज्यादा कीमत न चुकायें। विभिन्न योजनाओं का पैसा अब सीधे ही हितग्राहियों के खातों में जा रहा है। सरकार ने तकनीकी का उपयोग कर सामान्य व्यक्ति के जीवन को आसान बनाया है। स्वामित्व योजना में गरीबों को पहली बार उनकी भूमि का स्वामित्व दिया जा रहा है। खेती में ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है। गाँव में अब राशन दुकानों पर किसानों को कृषि उपकरण आदि विभिन्न सुविधाएँ प्राप्त होंगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कई पीढ़ियों बाद अब गरीब खुद के घर में दीवाली मनायेगा। इस दीवाली दिये का प्रकाश उनके लिये नई रोशनी लेकर आयेगा। उन्होंने सभी को धनतेरस और दीपावली की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि नया घर उनकी प्रगति का माध्यम बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनता की जिंदगी बदलने का कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में हर गरीब को पक्का मकान मिल रहा है। वर्ष 2024 तक कोई भी गरीब कच्ची झोपड़ी में नहीं रहेगा, सबके पक्के मकान होंगे। इस वर्ष मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री आवास के लिये 10 हजार करोड़ रूपये का बजट प्रावधान किया गया है। प्रदेश में गरीब कल्याण का महायज्ञ चल रहा है। पूरे प्रदेश में आज 4 लाख 51 हजार गरीब परिवार अपने नये घरों में प्रवेश कर रहे हैं। सतना, रीवा, बालाघाट और सागर जिलों में एक-एक लाख आवास पूर्ण हो चुके हैं। पूरा प्रदेश आज आनंद उत्सव और प्रसन्नता में डूबा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का वर्तमान जितना सम्मान पहले कभी नहीं रहा। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीवाली के बाद प्रदेश के ऐसे गरीब, जिनके पास रहने के लिये जमीन नहीं है, को मुख्यमंत्री भू-आवासीय अधिकार योजना में जमीन के पट्टे दिये जायेंगे। प्रदेश में आगामी 31 अक्टूबर तक मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें पात्र हितग्राही को ढूँढ-ढूँढ कर शासकीय योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इस बार उन बच्चों के साथ दीवाली मनायेंगे, जो कोविड के दौरान अनाथ हो गये हैं। हर जिले में कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे भी अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे बच्चों के साथ दीपावली मनायें और उन्हें उपहार दें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 2 नवम्बर को लाड़ली लक्ष्मी-2 योजना लांच की जायेगी। पूरे प्रदेश में 43 लाख लाड़ली लक्ष्मियाँ हैं। सतना जिले में एक लाख 17 हजार लाड़ली लक्ष्मियाँ हैं। बेटियों को मेडिकल, इंजीनियरिंग, आईआईटी, आईआईएम मैनेजमेंट कोर्सेस में प्रवेश पर उनकी फीस सरकार भरेगी। गरीब परिवार के मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में नई क्रांति हुई है। अब मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी भाषा में होगी। प्रदेश में किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष के साथ मध्यप्रदेश की सरकार 4 हजार रूपये मुख्यमंत्री कल्याण योजना से दे रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकार की किसी भी योजना में कोई भी पात्र हितग्राही न छूटे, यह सुनिश्चित किया जाये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सतना जिले में तेजी से विकास हो रहा है। जल्द ही यहाँ मेडिकल कॉलेज खुलेगा। यहाँ बरगी का पानी लाने के लिये दिन-रात काम चल रहा है। चित्रकूट एवं मंदाकिनी के विकास के लिये 250 करोड़ रूपये की योजना बनाई गई है। मंदाकिनी में नर्मदा नदी का पानी लाने के लिये भी योजना बनाई जा रही है। मैहर के लिये 125 करोड़ रूपये का प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। सतना बाणसागर समूह नल-जल योजना के प्रथम चरण में 988 गाँव एवं द्वितीय चरण में 785 गाँव में हर घर नल से जल पहुँचाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में हर माह रोजगार दिवस के आयोजन में लगभग 2 लाख लोगों को स्व-रोजगार मिलता है। देश में आगामी समय में 10 लाख सरकारी पदों पर नौजवानों की भर्ती होगी, वहीं मध्यप्रदेश में एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवर्धन पूजा अर्थात प्रकृति की पूजा, पहाड़ और पेड़ों की पूजा। सभी इस अवसर पर प्रकृति की पूजा करें। आगामी देवउठनी एकादशी से प्रदेश में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में सामूहिक विवाह होंगे। मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना पुन: प्रारंभ की गई है। काशी कॉरीडोर की तरह ही उज्जैन में श्री महाकाल लोक विकसित किया गया है। देश में विकास के साथ ही मंदिरों के पुनर्निर्माण का कार्य जारी है, जिससे हमारी संस्कृति, परम्पराएँ एवं जीवन मूल्य निरंतर रहें।
मुख्यमंत्री ने सभा में उपस्थित सभी को नशामुक्ति, पानी बचाने, बेटियों को आगे बढ़ाने आदि का संकल्प दिलाया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही राधा कुशवाहा, आशा सिंह, गीता बाई, गणपत कौल आदि को नये आवासों की प्रतीकात्मक चाबियाँ सौंपी। मुख्यमंत्री श्री चौहान को ऐसे 2 हजार हितग्राहियों के आभार-पत्र सौंपे गये, जिन्होंने प्रधानमंत्री आवास मिलने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद दिया है।
प्रारंभ में बटुकों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वागत किया गया। स्वागत भाषण सांसद सतना श्री गणेश सिंह ने दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सतना जिले में 380 करोड़ 13 लाख रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री का जिले की लाड़ली लक्ष्मियों ने पुष्प भेंट कर स्वागत किया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल ने आभार माना। प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री उमाकांत उमराव ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया।